डी. पी. रावत
आनी, 18 अक्तूबर।
रेहड़ी-फड़ी एवं फल-सब्जी विक्रेता यूनियन आनी (संवद्ध सीटू) की बैठक शनिवार को आनी में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता ताराचंद ने की, जबकि बैठक में यूनियन प्रभारी एवं सीटू जिला सचिव पदम प्रभाकर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में यूनियन ने एसडीएम आनी लक्ष्मण सिंह कनेत को एक मांग पत्र सौंपा, जिसमें रेहड़ी-फड़ी चलाने वाले मजदूरों को स्थाई स्थान पर स्थापित करने की मांग की गई। यूनियन ने कहा कि जब तक स्थाई समाधान नहीं होता, तब तक इन्हें निर्धारित स्थान पर बैठाने की व्यवस्था की जाए और त्यौहारों के दौरान इनके लिए अलग से उचित स्थान तय किया जाए।
बैठक में कहा गया कि पिछले वर्ष लवी मेले के दौरान मेला कमेटी द्वारा 5,000 रुपये तक शुल्क लिया गया था, जो गरीब विक्रेताओं पर आर्थिक बोझ है। यूनियन ने मांग की कि यह शुल्क मेला कमेटी नहीं, बल्कि पंचायत स्तर पर तय किया जाए, क्योंकि यह क्षेत्र पंचायत के अधिकार क्षेत्र में आता है।
सीटू जिला सचिव पदम प्रभाकर ने कहा कि “मेला कमेटी मेहनतकश वर्ग पर तानाशाही रवैया न अपनाए। गरीब मजदूर अपनी रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पंचायत प्रशासन को चाहिए कि वे इस आर्थिक शोषण को रोकें।” उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में मेहनतकश वर्ग पर लगातार शोषण बढ़ रहा हैं और कानूनों को कमजोर किया जा रहा है। यदि मांगों पर शीघ्र अमल नहीं हुआ, तो यूनियन आंदोलन तेज करेगी।
बैठक में ताराचंद, सत्यप्रकाश, राजा बाबू, खुबराम, केबल राम, लक्ष्मण, चित्रा, कमला और सरोज सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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